मोईन अली ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास, फ्रैंचाइज़ क्रिकेट जारी रहेगा


 इंग्लैंड के अनुभवी ऑलराउंडर मोईन अली ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। 37 वर्षीय अली ने हाल ही में इंग्लैंड की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज में चयन न होने के बाद यह बड़ा फैसला लिया। मोईन का आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला 2024 टी20 विश्व कप में भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में हुआ था, जहां इंग्लैंड की टीम हार गई थी।

मोईन अली का सफर

मोईन अली ने 2014 में वेस्ट इंडीज दौरे के दौरान इंग्लैंड के लिए अपना वनडे डेब्यू किया था। अपने 10 साल के करियर में अली ने 138 वनडे और 92 टी20 मुकाबले खेले। टेस्ट क्रिकेट में भी अली का शानदार योगदान रहा, जहां उन्होंने 68 टेस्ट में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया। तीनों प्रारूपों में अली ने कुल मिलाकर 6678 रन बनाए, जिसमें आठ शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं। गेंदबाजी में अली ने 366 विकेट लिए।

संन्यास का कारण

संन्यास की घोषणा करते हुए अली ने कहा, "मैं 37 साल का हूं और मुझे इस महीने की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए नहीं चुना गया। मैंने इंग्लैंड के लिए बहुत क्रिकेट खेला है और अब समय है नई पीढ़ी के लिए। मैंने अपना हिस्सा निभा लिया है।" उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी भी खेल सकते हैं, लेकिन अब टीम को नए चक्र में जाने की जरूरत है।

अली का योगदान

मोईन अली का कहना है कि उन्होंने खेल में अपना योगदान दिया है, चाहे वह छोटे स्कोर हों या महत्वपूर्ण पारियां। "लोग भूल जाते हैं कि खेल में आपने कितना योगदान दिया है। चाहे वह 20 या 30 का स्कोर हो, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण स्कोर था," अली ने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि उनके लिए खेलना सिर्फ मैदान पर प्रदर्शन करना नहीं था, बल्कि टीम में अपनी उपस्थिति का असर भी महत्वपूर्ण था।

फ्रैंचाइज़ क्रिकेट और कोचिंग की योजना

संन्यास के बावजूद, मोईन अली फ्रैंचाइज़ क्रिकेट खेलते रहेंगे। वह फिलहाल कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) 2024 में गयाना अमेज़न वॉरियर्स की ओर से खेल रहे हैं। इसके अलावा, अली ने कोचिंग में भी अपनी रुचि व्यक्त की और कहा कि वे इसे अपने भविष्य का हिस्सा बनाना चाहते हैं। "मैं कोचिंग करना चाहता हूं और इसमें बेहतरीन बनना चाहता हूं। मैं ब्रेंडन मैक्कलम से बहुत कुछ सीख सकता हूं," उन्होंने कहा।

आईपीएल और अन्य लीग्स में सक्रिय

पिछले साल मोईन अली ने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला, जहां उन्होंने टीम को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही वे SA20 लीग में जोहांसबर्ग सुपर किंग्स और बांग्लादेश प्रीमियर लीग में चिटगांव वाइकिंग्स के लिए भी खेले।


निष्कर्ष

मोईन अली का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास एक युग का अंत है, लेकिन उनका योगदान क्रिकेट जगत में अमूल्य रहेगा। उन्होंने न केवल इंग्लैंड के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेली, बल्कि अपने प्रदर्शन और अनुभव से नई पीढ़ी को प्रेरित किया है। उनके भविष्य की योजनाएं, विशेष रूप से कोचिंग में, क्रिकेट समुदाय को उनके अनुभवों से सीखने का मौका देंगी।

Read More - जापान के राजकुमार Hisahito ने मनाया 18वां जन्मदिन:  39 सालो मे पहली बार शाही परिवार का सदस्य बना युवा 

Tags - Mooen Ali Retirement

Post a Comment

और नया पुराने